New Business idea 2024 – आप भीं गोबर के 5 सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट से कमा सकते हो महीने का 2 लाख रुपए से अधिक

New Business idea 2024 – आप भीं गोबर के 5 सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट से कमा सकते हो महीने का 2 लाख रुपए से अधिक

New Business idea 2024 – आप भीं गोबर के 5 सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट से कमा सकते हो महीने का 2 लाख रुपए से अधिक

New Business idea 2024 – आप भीं गोबर से बने 5 सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट से कमा सकते हो महीने का 2 लाख भारत में गाय का गोबर सदियों से बेकार समझा जाता था, लेकिन अब समय बदलने वाला है! नई-नई मशीनों की बदौलत, गोबर अब किसानों के लिए धन का स्रोत बनता जा रहा है। ये अत्याधुनिक मशीनें गोबर को जैविक खाद, बायोफ्यूल, निर्माण सामग्री और भी बहुत कुछ में बदल देती हैं, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है। New Business idea 2024.

भारत में 20 करोड़ से ज़्यादा गायें रोज़ाना 1 बिलियन टन से ज़्यादा गोबर पैदा करती हैं। परंपरागत रूप से गोबर को केवल जलाने या खाद बनाने में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अब नई तकनीक की मदद से किसान इस मुफ्त संसाधन से कई गुना ज़्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। खास मशीनों की मदद से गोबर को ऊँचे मूल्य के उत्पादों में बदलना किसानों के लिए नए कारोबार और अतिरिक्त आय का ज़रिया बन गया है।

गोबर सुखाने और अलग करने वाली मशीनें

सबसे महत्वपूर्ण मशीनों में से एक गोबर सुखाने और अलग करने वाली मशीन है। यह मशीन घूमने वाले ड्रम के ज़रिए ताज़े गोबर को सुखाकर, उसका ठोस और तरल हिस्सा अलग कर देती है। सूखे ठोस पदार्थ को फिर छोटे-छोटे टुकड़ों में दबाकर बायोफ्यूल की तरह जलाया जा सकता है। तरल पदार्थ को खाद बनाने वाले डिजेस्टर में डालकर जैविक बायोगैस में बदला जा सकता है या सीधे पौधों में डालकर प्राकृतिक तरल खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

बायोगैस प्लांट से स्लरी भी अलग करेगा

बायोगैस प्लांट वाले किसानों के लिए गोबर का पूरा इस्तेमाल करने वाली एक और कमाल की मशीन आई है! यह मशीन गैस बनाने के बाद बचे हुए गोबर को छींटकर अलग कर देती है। ठोस गोबर तो बेहतरीन जैविक खाद बनता है, वहीं तरल गोबर को खेतों पर स्प्रे किया जा सकता है या सिंचाई में इस्तेमाल किया जा सकता है। ये मशीनें बायोगैस बनाने में इस्तेमाल होने वाले गोबर से पूरा-पूरा फायदा लेने में मदद करती हैं।

ये प्रोडक्ट बनते है

गोबर का महत्व बढ़ रहा है, साथ ही कुछ किसान इससे टिकाऊ घर बनाने का नया तरीका निकाल रहे हैं। मशीनें गोबर को दबाकर ऐसे पट्टे या ईंट बना देती हैं जिन्हें घर बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर जूट और चूने जैसी चीज़ों के साथ मिलाया जाए, तो गोबर मज़बूत और गर्मी रोकने वाला बन जाता है। दीवारों, फर्श और छत के लिए ये लाजवाब होता है। सीमेंट जैसे ज़्यादा बिजली लेने वाले सामानों की जगह गोबर इस्तेमाल करने से मकान बनाने का पर्यावरण पर भी ज़्यादा असर नहीं पड़ता। साथ ही गोबर की लकडिया, हवन में काम में ली जाने वाली लकडिया, व् स्लरी को आजकल खेतो में डाला जाता है

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